डॉ. आंबेडकर नगर (महू)।
एसपीएन क्रेडिट सोसाइटी में निवेश करने वाले सैकड़ों खाताधारक इन दिनों अपनी मेहनत की कमाई फंसने से परेशान हैं। संस्था पर लोगों का लाखों रुपए बकाया है, लेकिन संचालक जितेंद्र पाटीदार के लापता होने और कार्यालय बंद रहने से पीड़ितों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं, पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज न करने पर खाताधारकों में आक्रोश है।

जानकारी के अनुसार, महूगांव निवासी संजय चौहान, जो किराना व्यवसाय से जुड़े हैं, ने संस्था में रोज़ाना एक हजार रुपए जमा किए थे। उनका 3 लाख 8 हजार रुपए का चेक बाउंस हो गया। इसी तरह के हालात सैकड़ों खाताधारकों के साथ हैं, जिनकी मेहनत की गाढ़ी कमाई सोसाइटी में फंसी हुई है। करीब 1000 खाताधारक संस्था से अपना पैसा नहीं निकाल पा रहे हैं।

इतना ही नहीं, संस्था में कार्यरत 10 से 12 कर्मचारियों को भी पिछले दो महीनों का वेतन नहीं मिला है। इससे वे भी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। खाताधारकों का कहना है कि वर्षों की मेहनत से जो रकम उन्होंने सुरक्षित भविष्य के लिए जमा की थी, वह अब संदेह के घेरे में है।

सोसाइटी के संचालक जितेंद्र पाटीदार ने मोबाइल फोन बंद कर रखा है। संस्था का ऑफिस भी लंबे समय से बंद पड़ा है। यहां तक कि उनके गवली पलासिया स्थित घर पर भी कोई मौजूद नहीं मिला।

पीड़ित खाताधारकों का आरोप है कि जब उन्होंने पुलिस से शिकायत की तो आवेदन लेने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई। खाताधारकों का कहना है कि यदि शीघ्र ही कार्यवाही नहीं की गई तो वे सामूहिक रूप से आंदोलन करने को बाध्य होंगे।



                                    
