बेटमा।विजयदशमी पर्व पर नगर में धार्मिक आस्था और परंपराओं से ओत-प्रोत विभिन्न कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया गया। प्रातःकाल से ही नगरवासियों में उत्साह का वातावरण रहा। पारंपरिक घुड़दौड़ प्रतियोगिता में क्षेत्र के घुड़सवारों ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। तेज रफ्तार घोड़ों और सवारों के कौशल ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
इसी क्रम में निशानेबाजी प्रतियोगिता का आयोजन भी हुआ, जिसमें स्थानीय प्रतिभागियों ने अपनी परंपरागत कला और शौर्य का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित बड़ी संख्या में नागरिकों ने प्रतियोगिता का आनंद लिया।
सांध्यकाल में आयोजित रावण दहन समारोह ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ा दिया। सायंकालीन वेला में विशालकाय रावण पुतले के दहन के साथ ही वातावरण जयघोष और आतिशबाजी से गूंज उठा। इस आयोजन ने विजयदशमी के मूल संदेश—असत्य पर सत्य और बुराई पर अच्छाई की विजय—को प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में एमआरसी द्वारा आकर्षक हॉर्स शो भी प्रस्तुत किया गया। प्रशिक्षित घोड़ों द्वारा किए गए करतब और सवारों के अनुशासनपूर्ण प्रदर्शन ने उपस्थित जनसमूह को विशेष रूप से प्रभावित किया।
इसी अवसर पर नगर के प्रमुख मंदिर परिसर में पारंपरिक मेला भी लगा, जिसमें बच्चों के लिए झूले, खिलौने तथा नागरिकों के लिए विविध खानपान एवं अन्य दुकानों ने उत्सव का वातावरण और प्रफुल्लित कर दिया।
बेटमा में आयोजित इन कार्यक्रमों ने न केवल विजयदशमी पर्व की सांस्कृतिक एवं धार्मिक गरिमा को उजागर किया, बल्कि सामाजिक एकता और सामूहिक सहभागिता की भावना को भी सुदृढ़ किया।



                                    
