राहुल की टीम ने भी जताई नाराजगी, महू के हर गांव मे दौरा करने वाले जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव भी स्थानीय भीड़ जुटाने मे फैल
कांग्रेस ने गणतंत्र दिवस के दूसरे दिन 27 जनवरी को डॉ.आंबेडकर के नाम पर महू मे बड़ा जमावड़ा किया।इस जमावड़े में लोकसभा मे नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित देशभर से कांग्रेस नेता आए।लेकिन इस सभा मे महू के स्थानीय नेता सिर्फ दिखावे मे ही जुटे रहे।मैदानी स्तर पर विधानसभा से जो भीड़ आनी चाहिए थी वह नहीं दिखी।जबकि जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव,पोस्टर-बैनर से शक्ति प्रदर्शन करने वाले शक्ति सिंह, जीतू ठाकुर दिनभर गांव-गांव दौरा करते रहे।लेकिन महू विधानसभा से कितनी बसें आई यह संख्या ना तो उजागर हुई ना ही इसके कोई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए।इसको लेकर सूत्र बता रहे है कि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी रिपोर्ट तलब की है।वहीं जिलाध्यक्ष यादव को पद से हटाने को लेकर महू के कई नेताओं ने मांग तक कर दी है।

लाखों रुपए के पोस्टर बैनर लगाए शक्ति-जीतू ने,स्मारक पर अपने राष्ट्रीय नेताओं के लिए कारपेट तक नहीं बिछवा पाए
आंबेडकर स्मारक पर जब कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता पहुंचे तो यहां पर उनके लिए ना तो कारपेट बिछा था ना ही किसी तरह की सजावट हुई थी। जबकि महू विधानसभा में टिकट की चाह रखने वाले शक्तिसिंह व जीतु ठाकुर ने लाखों रुपए खुद के पोस्टर-बैनर लगाने पर खर्च कर दिए। स्मारक पर राहुल गांधी के पहुंचने के पहले कई कांग्रेसियों ने सज्जनसिंह वर्मा को इसकी शिकायत भी कर डाली कि स्मारक पर सजावट नहीं की गई तो सज्जनसिंह वर्मा ने भी शक्तिसिंह,जीतू ठाकुर व सदाशिव यादव के प्रति नाराजगी जताई।राहुल गांधी की टीम ने भी इसको लेकर कहा कि महू के नेता खुद की हवाबाजी मे लगे रहे।पार्टी को लेकर इनका कोई फोकस नहीं रहा।