इंदौर: रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के खोए हुए सामान को वापस दिलाने में जीआरपी (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) इंदौर ने एक बार फिर सराहनीय कार्य किया है। जीआरपी की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के चलते एक यात्री को उनके 1.40 लाख रुपये के दो लैपटॉप सुरक्षित वापस मिल गए।
यह घटना प्रयागराज-अंबेडकर नगर एक्सप्रेस की है। ट्रेन के कोच संख्या S-1 में यात्रा कर रहे ऋषभ कुमार दुबे अपना लैपटॉप बैग सीट पर ही भूल गए। बैग में एक एचपी कंपनी का (लगभग ₹80,000) और दूसरा एसर कंपनी का (लगभग ₹60,000) लैपटॉप था। जैसे ही यात्री ने अपना बैग खोने की सूचना दी, जीआरपी इंदौर की टीम तुरंत हरकत में आ गई।
सूचना मिलते ही, प्रधान आरक्षक कृष्ण चौहान को तत्काल ट्रेन अटेंड करने के लिए भेजा गया। ट्रेन के प्लेटफार्म पर पहुंचते ही उन्होंने बिना समय गंवाए संबंधित कोच से बैग बरामद किया और उसे जीआरपी चौकी महू में सुरक्षित रख दिया।
जब ऋषभ कुमार दुबे जीआरपी चौकी पहुंचे, तो उनके सामने बैग की तलाशी ली गई और दोनों लैपटॉप उन्हें सकुशल सुपुर्द कर दिए गए। अपने कीमती सामान को वापस पाकर यात्री ने जीआरपी इंदौर की टीम का दिल से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पुलिस की इस तत्परता और ईमानदारी के कारण उनका लाखों का नुकसान होने से बच गया।
जीआरपी इंदौर की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह यात्रियों की सुरक्षा और उनके सामान की देखरेख के लिए हमेशा तैयार रहती है।
जीआरपी इंदौर की तत्परता से यात्री को मिले 1.40 लाख के दो लैपटॉप
                                    



