महू स्थित सैन्य संस्थान में मंगलवार से ‘रण संवाद 2025’ का आयोजन मंगलवार से शुरू हो रहा है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद यह पहला अवसर है, जब तीनों सेनाएं संयुक्त रूप से युद्ध की बदलती रणनीतियों और नवाचारों पर गहन चर्चा करेंगी।
रक्षा मंत्री,चीफ ऑफ़ आर्मी स्टाफ (सीडीएस) और नेवी,एयर सेनाओं के प्रमुख होंगे शामिल
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार शाम इंदौर से सड़क मार्ग द्वारा महू पहुंचेंगे।उनके अलावा, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान सोमवार को महू पहुंचेंगे।नेवी चीफ एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी और एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह भी शामिल हो रहे हैं। यह उच्च-स्तरीय उपस्थिति इस आयोजन के महत्व को दर्शाती है।

उभरती तकनीकों पर होगा फोकस
‘रण संवाद’ का यह पहला संस्करण विशेष रूप से उभरती हुई प्रौद्योगिकियों और आधुनिक युद्ध पर उनके प्रभाव पर केंद्रित है। इसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख कमांडर, रक्षा उद्योग के विशेषज्ञ, शिक्षाविद और अंतर्राष्ट्रीय भागीदार मिलकर भविष्य की चुनौतियों पर विचार-विमर्श करेंगे।

महू कैंट क्षेत्र मे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
आयोजन को देखते हुए महू में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। क्षेत्र में 300 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और तीन दिनों के लिए महू को नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया है, जिसके तहत ड्रोन उड़ाने पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।आर्मी क्षेत्र में जगह-जगह सैनिकों की तैनाती भी की गई है।




