महू: शहर के मुख्य रेलवे ओवरब्रिज पर बड़े-बड़े गड्ढों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से चिंतित होकर महू प्रेस क्लब के पत्रकारों ने स्वयं आगे बढ़कर श्रमदान किया है। उन्होंने अपने दम पर इन गड्ढों को भरकर स्थानीय लोगों के लिए यात्रा को सुरक्षित बनाया है।
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि पत्रकार सिर्फ खबरें देने तक सीमित नहीं रहते हैं, बल्कि समाज सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं। पत्रकारों के इस सराहनीय प्रयास की सभी ओर प्रशंसा हो रही है।
विधायक का रवैया
इस दौरान जब क्षेत्रीय विधायक उषा ठाकुर रेलवे ओवरब्रिज से गुजरीं तो पत्रकारों ने उन्हें इस समस्या से अवगत कराया।आश्चर्य की बात यह रही की एक जनप्रतिनिधि होने के नाते विधायक जी को तत्काल इस समस्या का निराकरण करने के लिए संबंधित विभाग को आदेशित करना था लेकिन वह तो अपनी गाड़ी से भी नहीं उतरी और ना ही इस समस्या के निराकरण के लिए कोई आश्वासन दिया।
कलम की मर्यादा नजरों की शर्म फिलहाल यही रुकते हैं |
हालांकि,विधायक ने इस कार्य को लेकर पत्रकारों को शुभकामनाएं दीं,लेकिन स्वयं इस समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस पहल नहीं की।
एक सवाल
यह प्रश्न स्वाभाविक रूप से उठता है कि आखिर एक जनप्रतिनिधि होने के नाते विधायक का कर्तव्य क्या है? क्या उन्हें अपनी जनता की समस्याओं के प्रति अधिक संवेदनशील होना चाहिए? क्या उन्हें पत्रकारों के इस प्रयास को प्रोत्साहित करने के बजाय स्वयं इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए था ।